tag:blogger.com,1999:blog-2381158197921407620.post7077823495031731031..comments2024-01-29T19:58:54.931+05:30Comments on Lamhon Ke Jharokhe Se...: तारों से बंधे कुछ रिश्ते...richahttp://www.blogger.com/profile/17341853830091317236noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-2381158197921407620.post-15790602629196853412010-06-09T12:04:40.210+05:302010-06-09T12:04:40.210+05:30हिंदी के उत्कृष्ट ब्लॉग लेखन को समादरण करने की श्र...हिंदी के उत्कृष्ट ब्लॉग लेखन को समादरण करने की श्रृंखला में आज सृजनगाथा पोर्टल पर आपके ब्लॉग का चयन हुआ है । बधाई । कृपया देखें www.srijangatha.com । संपादकसृजनगाथाhttps://www.blogger.com/profile/09126439425427435270noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2381158197921407620.post-1601838515273289072010-06-02T21:19:30.094+05:302010-06-02T21:19:30.094+05:30हिमान्शु जी से सहमत और समीर जी से भी ;)
वेरी क्यू...हिमान्शु जी से सहमत और समीर जी से भी ;)<br /><br />वेरी क्यूट पोस्ट.. बाकी तो सब लोगो ने ही कह दिया :)Pankaj Upadhyay (पंकज उपाध्याय)https://www.blogger.com/profile/01559824889850765136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2381158197921407620.post-8429152625755891262010-06-02T13:19:55.965+05:302010-06-02T13:19:55.965+05:30@ आशीष जी... टेक्निकल वर्ल्ड सच में बोरिंग और इंसे...@ आशीष जी... टेक्निकल वर्ल्ड सच में बोरिंग और इंसेंसिटिव है... पर रहना यहीं है तो सोचा नज़रिया बदल के देखा जाये :)<br /><br />@ संगीता जी... शुक्रिया... इन तारों के रास्ते चल कर हमारे पास भी बहुत से दोस्त आये और हम भी गये उनसे मिलने...<br /><br />@ दिगंबर जी... आपको रचना अच्छी लगी इस बात की ख़ुशी है हमें... mouse अब सिर्फ़ mouse नहीं रहा... इस नयी दुनिया के दरवाज़े की door bell बन गया है... click करिए और हो जाइए enter :)<br /><br />@ कुंवरजी... "तकनीकी का साहित्य" तो बहुत बड़ी बात है.. हमने तो बस एक छोटा सा प्रयास किया है दोस्ती और रिश्तों की इस नयी परिभाषा को शब्दों में पिरोने का...<br /><br />@ रश्मि जी... शुक्रिया... दूरियाँ सच में कम हो गयी इस कंप्यूटर और इन्टरनेट की वजह से :)<br /><br />@ स्वप्निल... thanks... हमें भी बहुत कुछ दिया इस कंप्यूटर और नेट ने :)<br /> <br />@ हिमान्शु जी... धारणाएँ हमारी ही बनाई हुई होती हैं और नेगेटिविटी हर जगह है... अब ऐसे में पॉज़िटिविटी और उम्मीद बनाए रखना हमारे ही हाथ में है... क्यूँ ना कुछ अच्छा सोचा जाये :) आते रहियेगा...<br /><br />@ प्रवीण जी... सहमत हूँ आपसे... सीमाएं बढ़ रहीं हैं और लोग नज़दीक आ रहे हैं... शुक्रिया !<br /><br />@ समीर जी... इस हिंदी ब्लॉग वर्ल्ड में आपको कौन नहीं जानता सर... सॉरी की ज़रुरत नहीं... हमें तो थैंक्स कहना चाहिये पंकज को उसके बहाने आप हमारी पोस्ट तक पहुँचे... और थैंक्स आपको भी यहाँ आने के लिये और हमारी पोस्ट को पसंद करने के लिये :)<br /><br />@ प्रिया... हमें इन तथाकथित सामाजिक ठेकेदारों से कोई लेना देना नहीं... हमारा अब तक का अनुभव अच्छा रहा इस बात की ख़ुशी है बस... सकारात्मकता उम्मीद की लौ जलाए रखती है... ज़िन्दगी की दिशा ज़रूर बदलेगी :)richahttps://www.blogger.com/profile/17341853830091317236noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2381158197921407620.post-75729053481272005002010-06-01T20:02:17.660+05:302010-06-01T20:02:17.660+05:30बहुत खूब ! आज के युग में जब कुछ सामाजिक ठेकेदार कं...बहुत खूब ! आज के युग में जब कुछ सामाजिक ठेकेदार कंप्यूटर और इन्टरनेट की नकारात्मकता को तफतीस से बयां करते हैं ऐसे में ऐसा सकारात्मक पहलूँ वो समझ पाए तो शायद उनकी सोच में भी परिवर्तन हों........वाकई कंप्यूटर और इन्टरनेट ने बहुत कुछ दिया हैं कम से कम हम तो ये बात गारंटी से कह सकते हैं ......जिंदगी की दिशा ही बदल दीप्रियाhttps://www.blogger.com/profile/04663779807108466146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2381158197921407620.post-75740591817548187862010-06-01T18:31:15.193+05:302010-06-01T18:31:15.193+05:30ओह!! सॉरी सॉरी, मैं इसे पंकज उपाध्याय की पोस्ट समझ...ओह!! सॉरी सॉरी, मैं इसे पंकज उपाध्याय की पोस्ट समझ कर उपर वाली टिप्पणी कर गया. शुद्ध क्षमायाचना!! <br /><br /><br />बढिया पोस्ट.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2381158197921407620.post-19833854754714381452010-06-01T17:09:11.906+05:302010-06-01T17:09:11.906+05:30बाकी सब छोड़ो...जब तमाम जाने पहचाने चेहरे जहेन में...बाकी सब छोड़ो...जब तमाम जाने पहचाने चेहरे जहेन में उभरे तो उसमें मेरा था कि नहीं..बस, इत्ता सा जानना है. :)<br /><br /><br />बाकी तो बहुत बढ़िया पोस्ट!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2381158197921407620.post-59678835852291353962010-06-01T16:50:09.884+05:302010-06-01T16:50:09.884+05:30सच है । हमारी सामाजिक सीमायें बढ़ाती जा रही है यह ...सच है । हमारी सामाजिक सीमायें बढ़ाती जा रही है यह तकनीक । सुन्दर अवलोकन ।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2381158197921407620.post-77183736463138459162010-06-01T16:36:56.491+05:302010-06-01T16:36:56.491+05:30पसन्द आई ये रचना, ख़ासकर जब कम्प्यूटर और नेट के बार...पसन्द आई ये रचना, ख़ासकर जब कम्प्यूटर और नेट के बारे में ज़्यादातर धारणाएँ निगेटिव ही हों।<br />बहुत ख़ूबसूरत और दिल को छूती हुई, तारों को भी जीवन्त बनाती हुई…<br />बधाई - अच्छे लेखन के लिए, आज पहली बार आना हुआ इधर…Himanshu Mohanhttps://www.blogger.com/profile/16662169298950506955noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2381158197921407620.post-15630529932414862952010-06-01T14:47:55.038+05:302010-06-01T14:47:55.038+05:30nice try.... :) comp aur net ne waqai bahut kuch d...nice try.... :) comp aur net ne waqai bahut kuch diya hai .. khaas kar mere case me to bahut kuch ... bahut achha laga padhna ...स्वप्निल तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/17439788358212302769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2381158197921407620.post-27313505125989965022010-06-01T13:20:27.860+05:302010-06-01T13:20:27.860+05:30कंप्यूटर की वजह से कई चेहरे मीलों की दूरी तय करके ...कंप्यूटर की वजह से कई चेहरे मीलों की दूरी तय करके पास आ गए .... बहुत सही वर्णनरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2381158197921407620.post-30627638671119443182010-06-01T13:15:37.170+05:302010-06-01T13:15:37.170+05:30बोले तो..."तकनीकी का साहित्य" को जन्म दे...बोले तो..."तकनीकी का साहित्य" को जन्म देते आपके प्रयास....या यूं कहिये कि उसे परिभाषित करते आपके प्रयास....<br /><br />सुन्दर मनोभाव...<br /><br />कुंवर जी,kunwarji'shttps://www.blogger.com/profile/03572872489845150206noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2381158197921407620.post-30016984797595524692010-06-01T12:45:27.368+05:302010-06-01T12:45:27.368+05:30सच है ... टेक्नोलॉजी ने झन इंसान को अंतर्मुखी बनाय...सच है ... टेक्नोलॉजी ने झन इंसान को अंतर्मुखी बनाया है ... एकाकी बनाया है ... वहीं ये सुख भी दिया है ... दुनिया को mouse के क्लिक के आस पास समेत दिया है .... रचना बहुत अच्छी लगी ..दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2381158197921407620.post-68479248710490373892010-06-01T12:01:12.861+05:302010-06-01T12:01:12.861+05:30आज के आभासी रिश्तों पर सटीक रचना....सच है की इन ता...आज के आभासी रिश्तों पर सटीक रचना....सच है की इन तारों ने बहुत से दोस्त दिए हैंसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2381158197921407620.post-18716644431438057572010-06-01T11:54:47.385+05:302010-06-01T11:54:47.385+05:30bahut khoob.... is technical world ko hum to bada ...bahut khoob.... is technical world ko hum to bada boring samajhte the.. par aapki is creation ko padhne ke baad hume laga ki humne ise kabhi is nazar se kyon nahi dekha... <br /><br />nice presentation..<br /><br />Happy Bloggingआशीष खण्डेलवाल (Ashish Khandelwal)https://www.blogger.com/profile/11809821246121726944noreply@blogger.com